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मूँगफली में प्रस्फुटित रोग एवं उसके प्रबंधन की विधियाँ

पिछले कुछ सालों में,
भारत में मूंगफली की खेती की जाती है
सभी क्षेत्रों में रोग
जितना अधिक दिखाई देता है और उतना ही अधिक नुकसान होता है
का परिणाम मूंगफली में
इसमें नवोदित रोग भी है
प्रबंधन के तरीकों के बारे में
आइए देखते हैं।
रोग का कारण
रोग है टमाटर का धब्बेदार मुरझाना
रोग विषाक्त पदार्थों के कारण होता है
फॉल्स यह विष गोलाकार होता है
आकार में 70 – 90 मिली माइक्रोन
व्यास के साथ भी मिलता है।

रोग के लक्षण
बुवाई के लगभग 10 दिन बाद
इस रोग के लक्षण प्रकट होते हैं।
विस्तारित स्प्रूस पत्तियों में छोटा,
हल्के हरे रंग की अंगूठी
डॉट्स दिखाई देते हैं। कुछ ही दिनों में
धब्बे बढ़े हुए और फीके पड़ जाते हैं
बिन्दु बन जाओ। रोग का एक लक्षण है
पौधे की नोक से शुरू करें और नीचे अपना काम करें
फैल रहा है, पूरे पौधे की नोक पर
यह जल जाएगा। आखिरकार पूरा पौधा
यह जलकर तह हो जाएगा।
कभी-कभी कुछ पौधे
केवल शाखाओं के सिरे जले हुए हैं

 

#कृषि
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