ये तीन हज़ार साल पहले इटली में रहने वाले रक्षक कुत्तों के वंशज हैं। इन कुत्तों का एक नाम मस्टिनो नेपालिटानो भी है। उन्हें प्यार से मुस्तिनो या नियो मास्टिफ कहा जाता है। कहा जाता है कि सम्राट अलेक्जेंडर का पालतू कुत्ता पेरेटा नीपोलिटन मास्टिफ का वंशज है।
डिज़ाइन
मास्टिफ टाइप के ये कुत्ते 65 से 75 सेंटीमीटर के होते हैं। मीटर लंबा और 60 से 70 किलो वजन। वे जन्म के 24 महीने बाद पूर्ण विकास तक पहुंचते हैं। वे पूरे शरीर पर छोटे चमकदार बालों के साथ भूरे या काले रंग के होते हैं और गर्दन के आधार पर और पैर की उंगलियों पर सफेद बाल होते हैं।
रखरखाव का तरीका
चूंकि ये कुत्ते बहुत शांत और अपने ब्रीडर के प्रति वफादार होते हैं, इसलिए वे उन लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं जो बड़े कुत्ते रखना चाहते हैं। बड़े कुत्ते होने के कारण ये काफी खाना भी खाते हैं। उन्हें दिन में दो से तीन बार उच्च गुणवत्ता वाले कुत्ते का खाना खिलाना चाहिए। साथ ही इन कुत्तों के प्रजनकों को इन्हें दिन में दो बार 20 मिनट तक घुमाने जरूर ले जाना चाहिए। भारत में एक कुत्ते की कीमत 25,000 से 30,000 रुपये तक होती है। वे 10 साल तक जीवित रहते हैं।
विशेष जानकारी
इन कुत्तों की विशिष्ट विशेषता उनकी बड़ी आकृति और उनके चेहरे पर लटका हुआ मांस है। मूर्तियों और चित्रों से पता चलता है कि शुरुआती मास्टिफ़ों के चेहरे पर इतना मांस नहीं लटकता था। कुत्ते के शौकीनों ने इन दुबले कुत्तों को निरंतर चयनात्मक प्रजनन के माध्यम से विकसित किया है। विशेष गुण वे हैं जिनकी मनुष्य सबसे अधिक इच्छा करता है।
पीएच.डी. वनथी फैसल
जीव विज्ञानी