कच्चे माल और इसकी तैयारी के तरीकों पर डॉ. पंचगव्य। यहां जानिए नटराजन का क्या कहना था…
पंचगव्य शुरू में गाय से उपलब्ध केवल पांच सामग्रियों का उपयोग करके तैयार किया गया था। नियमित आधार पर किए गए विभिन्न क्षेत्रीय शोधों के परिणामस्वरूप अब हमने कुछ अतिरिक्त सामग्री जोड़ी है।
यह 20 लीटर पंचकव्य बनाने के लिए है
आवश्यक सामग्री:
हरी सब्जी – 5 किग्रा
गोमूत्र – 3 लीटर
आसुत गाय का दूध – 2 लीटर
गाय का दही – 2 लीटर
घी – 500 ग्राम
देशी चीनी – 1 किग्रा
मीठा पानी – 3 लीटर
पका हुआ केला- 12
नारियल – 2 लीटर
(जिनके पास केले नहीं हैं वे इसे दूसरी आसान विधि से बना सकते हैं। एक एयर टाइट बोतल या डिब्बे में 2 लीटर ताजा पानी डालें और इसे ढक दें और एक हफ्ते के बाद इसे खोलें, यह किण्वित होकर नकली हो जाएगा। इसका उपयोग पंचकव्य घोल बनाने के लिए किया जा सकता है।)
करने का पहला दिन
500 ग्राम घी में 5 किलो गाय का गोबर मिलाकर अच्छी तरह गूंथ लें, एक लोई डालकर 30-50 लीटर के प्याले में रखकर ढक दें। गोबर घी का मिश्रण लगातार 3 दिनों तक बैरल में रहता है।
चौथे दिन ढक्कन खोलकर चारों सामग्री दूध, दही, ताजा पानी, मसला हुआ केला गोबर और घी के मिश्रण में मिला दें। 3 लीटर पानी मिलाएं और इसे चीनी के पानी में बदल दें और इसे बैरल में डाल दें। कच्ची चीनी सीधे न डालें। 10वें दिन तक प्रतिदिन सुबह-शाम दो बार घोल को खोलकर घोल को खोलकर मिलाना चाहिए।मिलाने के बाद घोल को बंद करना जरूरी है।
11वें दिन घोल को बैरल के घोल में डालकर लगातार 7 दिनों तक दो बार हिलाना चाहिए।
19वें दिन पंचकव्य तैयार हो जाता है।