आंवले का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जाता है। लौकी के पेड़ के सभी भाग जैसे पत्ती, जड़, फल आदि औषधि के काम आते हैं।
मधुमेह, प्रमेह और कब्ज जैसे रोगों के लिए यह करौंदा बहुत उपयोगी है। इसकी पत्तियों का उपयोग त्वचा पर घाव के लिए किया जाता है।
पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करता है:
उबटन में उच्च फाइबर सामग्री होने के कारण यह कब्ज और अपच के लिए एक अच्छा उपाय है।
मधुमेह:
यह मधुमेह के लिए एक हर्बल उपचार के रूप में प्रयोग किया जाता है। पत्तागोभी में ग्लूकोज-6-फॉस्फेट होता है, जो इसे डायबिटीज के लिए फायदेमंद बनाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा और प्राकृतिक चिकित्सा में चिकित्सक कोका कोला की पत्तियों के रस और फल का उपयोग मधुमेह के उपचार के रूप में करते हैं।
कर्टगेट में एक रसायन रक्त शर्करा के स्तर को कम करता है।
एलर्जी से बचाव:
भारत और बंगाल में पारंपरिक चिकित्सा में, उबचिनी का औषधीय रूप से उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग श्वसन संबंधी विकार जैसी समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है।
उदाहरण: अस्थमा और ब्रोन्कियल समस्या
चाइनीज जर्नल ऑफ नेचुरल मेडिसिन्स में एक नए अध्ययन में पाया गया कि कोका कोला में सैपोनिन, स्टेरॉयड, अल्कलॉइड्स, फ्लेवोनोइड्स और ग्लाइकोसाइड्स मौजूद हैं।
कैंसर से बचाता है:
रोजाना लौकी का सेवन करने से कैंसर से बचा जा सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो कैंसर कोशिकाओं को बनने से रोकता है।